10 अगस्त को होगा इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना का आगाज
भरतपुर में 88 हजार 616 लाभार्थियों को मिलेगी सौगात
भरतपुर, 01 अगस्त। जिला कलक्टर लोक बंधु ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा की क्रियान्विति के तहत महिलाओं को इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ स्मार्ट मोबाइल फोन उपलब्ध करवाने के लिए 10 अगस्त को इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना का आगाज होगा। जिला कलक्टर लोक बंधु आगामी कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा के सम्बंध में मंगलवार को सम्बंधित जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
योजना के लाभ हेतु पात्रता
जिला कलक्टर ने बताया कि 10 अगस्त से योजना के प्रथम चरण के तहत जिले में 88 हजार 616 लाभार्थियों को स्मार्ट फोन दिये जायेंगे। प्रथम चरण में चयनित चिरंजीवी परिवारों की एकल नारी/विधवा महिलाओं, सरकारी विद्यालयों की कक्षा 9-12 में अध्ययनरत छात्राओं, सरकारी आईटीआई एवं पॉलिटेक्निक तथा संस्कृत महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं एवं मनरेगा में 100 कार्य दिवस पूर्ण करने वाले परिवारों की महिला मुखियाओं तथा इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना में 50 कार्य दिवस पूर्ण करने वाले परिवारों की महिला मुखियाओं को लाभांवित किया जाएगा।
शहर के 4 स्थानों पर तथा 12 ब्लॉक मुख्यालयों पर लगेंगे शिविर
जिला कलक्टर ने बताया कि शहर में 4 स्थानों पर तथा 12 ब्लॉक मुख्यालयों पर स्मार्ट फोन वितरण हेतु शिविरों का आयोजन किया जायेगा। चयनित लाभार्थियों को शिविर में तिथिवार आमंत्रित करने के लिये लाभार्थियों के पास प्रशासन द्वारा एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जायेगा तथा एक पर्ची भी भेजी जायेगी जिसमें शिविर की तिथि, स्थान एवं शिविर में आते समय लाने वाले दस्तावेजों की सूची अंकित होगी।
आवश्यक दस्तावेज
लाभार्थी को शिविर में आते समय अपने साथ अपना जनाधार कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा जनाधार कार्ड में दर्ज मोबाइल फोन लाना आवश्यक होगा। अध्ययनरत छात्राओं अपने साथ आईडी कार्ड/एनरोलमेंट कार्ड, विधवा नारी को पीपीओ साथ लाने होंगे। स्मार्ट फोन योजना के लाभार्थी की आयु 18 वर्ष से कम होने पर चिरंजीवी परिवार के मुखिया का साथ आना अनिवार्य है साथ ही दोनों का आधार कार्ड आवश्यक है। लाभार्थी को शिविर में आते समय उसके जनाधार कार्ड में दर्ज मोबाइल नम्बर वाला मोबाइल उसके साथ लाना आवश्यक होगा। अगर लाभार्थी का मोबाइल नं बदल गया है तो वह शिविर में आने से पूर्व ई-मित्र पर जाकर अपने जनाधार में अपना नया नम्बर दर्ज करवा लें।
यह रहेगी स्मार्ट फोन प्राप्त करने की प्रक्रिया
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के उपनिदेशक पुष्पेन्द्र कुन्तल ने बताया कि शिविर में आईजीएसवाई पोर्टल पर लाभार्थी का ई-केवाईसी किया जायेगा। पोर्टल पर लाभार्थी का जनाधार नं डालकर उसके विवरणों को सत्यापित किया जायेगा, सत्यापित होने की दशा में लाभार्थी द्वारा अपने साथ लाये गये मोबाइल फोन पर जनाधार ई-वॉलेट इंस्टॉल किया जायेगा।
इसके बाद लाभार्थी के पैन कार्ड का विवरण आईजीएसवाई पोर्टल पर दर्ज करने के बाद तीन प्रकार के फॉर्म प्रिंट करके उसे दिये जायेंगे। इसके बाद लाभार्थी इन फॉर्म को लेकर मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी के काउंटर पर जाकर सिम का एवं डाटा प्लान का चयन करेगा, इसके बाद मोबाइल कंपनी के काउंटर पर जाकर अपनी इच्छा अनुसार मोबाइल फोन का चयन करेगा। इसके बाद भरे हुए फॉर्म को लेकर अंतिम काउंटर पर जायेगा जहां उपस्थित कार्मिक उसके फॉर्म में अंकित सूचनायें एवं लाभार्थी द्वारा प्रस्तुत समस्त दस्तावेजों को स्कैन कर आईजीएसवाई पोर्टल पर दर्ज एवं अपलोड करेगा।
राज्य सरकार देगी 6800 रूपये
यह प्रक्रिया पूरी होते ही लाभार्थी द्वारा लाये गये फोन में पूर्व में इंस्टॉल किये गये ई-वॉलेट में राज्य सरकार द्वारा कुल 6800 रुपये हस्तांतरित कर दिये जायेंगे। इस राशि का उपयोग कर लाभार्थी पूर्व में चयन किये गये मोबाइल फोन तथा सिम प्राप्त कर सकेगा। यहां राज्य सरकार द्वारा लाभार्थी के ई-वॉलेट में 6125 रुपये मोबाइल फोन के लिये तथा 675 रुपये सिम कार्ड मय इंटरनेट डाटा प्लान के लिये हस्तांतरित किये जायेंगे। राज्य सरकार द्वारा अप्रैल 2024 एवं अप्रैल 2025 में भी इंटरनेट हेतु प्रति वर्ष 900 रुपये हस्तांतरित किये जायेंगे। खास बात यह है कि लाभार्थी किसी भी डीलर से कोई भी फोन खरीदने के लिये स्वतंत्र है।
उन्होंने यह भी बताया कि सूची में किसी पात्र लाभार्थी का नाम नहीं होने पर राजस्थान सम्पर्क 181 पर पंजीकरण करवाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि शिविरों का आयोजन सोमवार से शनिवार प्रातः 10 से सांय 6 बजे तक किया जायेगा। जिसमें पूर्वनिश्चित लाभार्थी ही उपस्थित होंगे।